“यदि आप वही करते हैं, जो आप हमेशा से करते आये हैं तो आपको वही मिलेगा, जो हमेशा से मिलता आया है!!” — टोनी रॉबिंस

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कौन बनेगा भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष

लोकसभा चुनाव पूर्ण होते ही भाजपा को चाहिए अब नया राष्ट्रीय अध्यक्ष !

flag of bjp, bhartiya janta party
फोटो भारतीय जनता पार्टी का झंडा (गूगल.कॉम से लिया गया )

 भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आज देश ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी बन चुकी है।1951 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा खड़े किए गए भारतीय जन संघ से 1980 में अलग होकर बनी भारतीय जनता पार्टी आज देश और दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति के विरुद्ध कांग्रेस को चुनौती देकर खड़ी होने वाली भाजपा ने, अपने मात्र 39 वर्ष के इतिहास  वो मुकाम हांसिल किया जिसके कारण देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़नी पड रही है। मसलन कभी सम्पूर्ण भारत वर्ष पर शासन करने वाली कांग्रेस आज जहां लोकसभा चुनावों में बुरी तरह हार रही है तो वहीँ गिने-चुने 4-5 राज्यों में कांग्रेस की आज सरकार है। भाजपा के गठन के समय किसी ने भी नहीं सोचा था कि पार्टी इतना जल्दी अभूतपूर्व सफलता प्राप्त करेगी तो साथ ही देश की राजनीति में आमूलचूल परिवर्तन लाने में सफलता प्राप्त करेगी। इसे कांग्रेस के खराब नेतृत्व से ज्यादा  भाजपा के अथक प्रयास और देश परिवर्तन करने के प्रति लगन को जिम्मेदार मानना चाहिए कि लोकसभा चुनाव 2019 के वर्तमान चुनावी माहौल में भी पूर्ण बहुमत के साथ अभूतपूर्व सफलता प्राप्त करने में सफल हुयी। लेकिन, इन सबसे अलग एक और सबसे बड़ा कारण भाजपा के जीत का सूत्राधार बना और वो था 'भाजपा के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह।'

national president of bjp and home minister of india amit shah
फोटो ; बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 

      जिस भाजपा को अटल और लाल कृष्ण आडवाणी की जोड़ी ने सम्पूर्ण देश में पहचान दिलाई,पार्टी को खड़ा किया। उसकी बागडोर मुरली मनोहर जोशी, नीतिन गडकरी, राजनाथ सिंह जैसे दिग्गजों के हाथ से होती हुई अमित शाह के हाथों में आयी थी। अमित शाह कुशल राजनीतिज्ञ, दूरद्रष्टा और राजनीति के मैनेजमेंट में माहिर शख्स हैं। जिन्होने पार्टी को पहले 2014 का लोकसभा चुनाव जिताया फिर नॉर्थ-ईस्ट  राज्यों में भी पार्टी का झंडा बुलंद किया, जिसका परिणाम ये रहा कि 2017 के आस-पास के समय तक  देश की 67 प्रतिशत आबादी का भाजपा विश्वास जितने में कामयाब हुई और 11 करोड़ कार्यकर्त्ता पार्टी से जुड़े। फिर 2019 में अमित शाह की सूझ-बूझ ने जो किया उसका लोहा पूरे देश ने माना। लेकिन, अब अमित शाह मोदी कैबिनेट में गृहमंत्री हैं और भाजपाअध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल भी पूरा हो चुका है; ऐसे में अटकलें तेज़  गयी हैं कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का नया अध्यक्ष कौन बनेगा ?



अमित शाह के खाली किए सिंहासन पर आखिर कौन बैठेगा?  



                                                      ये वो सवाल हैं जो भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के मोदी सरकार में गृहमंत्री बनने के बाद दिन-रात चर्चा का विषय बने हुए हैं।भाजपा के संविधान के अनुसार नए पार्टी अध्यक्ष का चुनाव या नियुक्ति देशभर के सभी राज्यों के पचास प्रतिशत में संगठन के चुनाव होने के बाद ही हो सकता है। 2019 के लोकसभा चुनाव के कारण पार्टी ने सितंबर 2018 में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तय किया कि संगठन और नए अध्यक्ष के चुनाव और नियुक्ति को लोकसभा चुनावों तक स्थगित किया जाए। अब अध्यक्ष पद के चुनाव का समय आ गया है, अमित शाह के गृह मंत्री का पद संभालने के बाद आलाकमान को जल्द से जल्द ये काम पूरा करना है। जब तक संगठन के चुनाव संपन्न नहीं हो जाते तब तक अमित शाह की पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बने रहेंगे। अध्यक्ष पद के लिए कई नाम सामने आ रहें हैं ;लेकिन इन सब में सबसे आगे 3 नाम जे.पी. नड्डा ,भूपेंद्र यादव और कैलाश विजयवर्गीय का आ रहा। परन्तु हो सकता है कि हमेशा की तरह अपने फैसलों से सबको चौका देने वाली भाजपा एक बार फिर हमारे सामने कोई नया चेहरा रख दे।

bhupendra yadav, j.p. nadda and kailash vijayvargiya photo by talk0talk
फोटो - TALK0TALK भूपेंद्र यादव , जय प्रकाश नड्डा और कैलाश विजयवर्गीय 
 जेपी नड्डा-  नड्डा हिमाचल प्रदेश के ब्राह्मण समुदाय से आते हैं, उन पर बीजेपी शीर्ष नेतृत्व को काफी विश्वास है और वे शाह के करीबी भी माने जाते हैं।  वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े रहे हैं और उनकी छवि साफ-सुथरी मानी जाती है। वह मोदी की पहली NDA सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे। नड्डा बीजेपी संसदीय बोर्ड के भी सदस्य हैं जो बीजेपी की शीर्ष निर्णय करने वाली संस्था है। नड्डा फरवरी 2010 से नवम्बर 2014 तक नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह और अमित शाह के साथ पार्टी के महासचिव के रूप में काम कर चुके हैं।  वे 1991 में पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनहोर जोशी के अध्यक्ष काल में बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इस लिहाज से देखें तो नड्डा सबसे उचित उम्मीदवार नजर आते हैं।
 भूपेंद्र यादव-  भूपेंद्र यादव बीजेपी संगठन में कई अहम जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। मसलन वर्तमान में राजस्थान से राज्यसभा सांसद होने के साथ ही यादव संगठन में राष्ट्रीय महासचिव के पद की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं। भूपेंद्र यादव गुजरात में भी अहम दायित्व संभाल चुके हैं। इसके अलावा भूपेंद्र बिहार और उत्तरप्रदेश के चुनावों में भी पार्टी का झंडा बुलंद करने में कामयाब रहें हैं। इस लिहाज से भूपेंद्र चुनावी मैनेजमेंट में एक सक्षम व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं।

 कैलाश विजयवर्गीय - कैलाश विजयवर्गीय भाजपा एक कद्द्वार नेता माने जाते हैं। एक कुशल राजनीतिज्ञ भी उन्हें माना जाता है। कैलाश विजयवर्गीय काफी लम्बे समय से पार्टी से जुड़े विश्वसनीय व्यक्ति हैं जिन्हे वर्तमान में पश्चिम बंगाल की जिम्मेदारी दी गयी और उन्होंने काफी सफलता पूर्वक उस जिम्मेदारी को निभाकर पार्टी को बंगाल लगातार सफलता दिलाने  रहें हैं। इसके अलावा वे हरियाणा चुनाव प्रमुख के रूप में भी पार्टी को  अपनी सेवा  चुकें हैं।



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