"तूफानों से आँख मिलाओ सैलाबों पर वार करो मल्लाहों का चक्कर छोड़ो तैर के दरिया पार करो।"
अमेज़न लोगो के साथ जेफ्फ बेजोस |
उक्त पंक्तियाँ व्यवसायी जेफ बेजोस पर बिलकुल सही बैठती हैं, जिन्होंने संसाधनों के अभाव के बावजूद अकेले अपने दम पर एक मुकाम बनाया है। एक ऐसा व्यक्ति जिसे बचपन से ही कुछ अलग और बड़ा करने की चाह थी।
जेफ बेजोस |
बेजोस का जन्म 1964 में 'न्यू टेक्सास" में हुआ था। जल्द ही उनके माता पिता का तलाक हो गया। बेजोस अक्सर छुट्टियों में अपने नाना के घर चले जाते थे, जो की एक बहुत बड़े जमींदार थें। उन्हें खेतों में काम करना बहुत अच्छा लगता था और यहीं से बेजोस की विज्ञान में रुचि बढ़ी। एक कहावत है कि "पूत के पाँव पालने में हीं दिख जाते हैं" ठीक ऐसा हीं नन्हे बेजोस के साथ भी था। वह बचपन से हीं बिलकुल अलग रहना पसंद करते थे। हमेशा अकेलेपन में कुछ न कुछ सोचते या बनाते रहते थे। उन्होंने प्रिंसटन विश्वविद्यालय में भौतिक विज्ञान का अध्ययन करने का मन बनाया। उन्होंने प्रवेश तो ले लिया मगर उन्हें भौतिकी पढ़ने में मन नहीं लगा। फलस्वरूप उन्होंने फिर से कंप्यूटर साइंस की ओर रूख किया।
उन्होंने आगे चल कर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की। पढाई के दौरान भी बेजोस का मन विचलित रहता था। उनके मन में हमेशा से था कि मुझे नौकरी करने वाला नहीं , नौकरी देने वाला बनना है और अपने इसी सोच को आकार देते हुए उन्होंने 1994 में अमेज़ॉन की स्थापना की। अनेक महान स्टार्टअप्स की तरह अमेज़न की भी शुरुआत एक गेराज से हुई थी। शुरुआत में वह अमेज़न.कॉम के द्वारा ऑनलाइन किताबें बेचा करते थे। उनके नायाब दिमाग और कुशल रणनीति को आप ऐसे समझ सकते हैं कि मात्र 2 हफ्ते में हीं अमेज़न.कॉम को ग्राहक मिलने लगे। इस छोटी मगर अहम शुरुआत ने कहीं न कहीं बेजोस को अमेज़न के आने वाले उज्ज्वल भविष्य का संकेत दे दिया था। इस कंपनी ने काफी तेज़ी के साथ विस्तार किया और मात्र 10 वर्ष के भीतर ही जेफ बेजोस को अरबपति बना दिया। 2004 में, उन्होंने ब्लू ओरिजिन नामक एक मानव स्पेस फ्लाईट नाम की एक स्टार्टअप कंपनी की स्थापना की। इसका मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष यात्रा को सुगम व सस्ता बनाना था। इसमें गौरतलब बात ये है कि इनकी इन योजनाओं से समझा जा सकता है कि बेजोस का एकमात्र उद्देश्य पैसे कामना नहीं वरन लोगो कि ज़िन्दगी को सुगम करना भी हैI
आज बेजोस आसमान की बुलंदियों को छू रहे हैं। उन्होंने हाल हीं में दिग्गज व्यवसायी एवं माइक्रोसॉफ्ट के मालिक बिल गेट्स को अरबपतियों की रेस में पीछे छोड़ दिया है। जेफ बेजोस और उनकी अमेज़न.कॉम की एक किताब बेचने वाली छोटी-सी कंपनी से लेकर दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बनने तक का सफर काफी प्रेरणादायक रहा है। आज के दौर में बेजोस हमे प्रेरित करते हैं कि भेड़चाल से अलग हो कर कुछ बड़ा करना चाहिएI जिस तरीके से बेजोस ने शुरुआती संघर्ष किया और कभी हार नहीं मानी, वह काबिले तारीफ है। हम अगर उनके जीवन से कुछ सीख सके तो निश्चित ही काफी आगे जायेंगे।
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